इसका मतलब पर खुद को भूलाना नहीं है। इसका मतलब पर खुद को भूलाना नहीं है।
रिश्तेदार का शहर अंजाना ठहाकों के साथ पानी पूरी खाना रिश्तेदार का शहर अंजाना ठहाकों के साथ पानी पूरी खाना
बहुत याद करते हैं उन दिनों को हम जब बाहर निकल सकते थे बेफिक्र हम बहुत याद करते हैं उन दिनों को हम जब बाहर निकल सकते थे बेफिक्र हम
देख रहा हूँ कब से इस उबले हुए खाने को मन कर रहा हैं क्यूँ मेरा ? गोल गप्पे खाने को देख रहा हूँ कब से इस उबले हुए खाने को मन कर रहा हैं क्यूँ मेरा ? गोल ...
तुम्हारा वो कड़कपन, तुम में भरा वो तीखा पानी, तुम्हारा वो कड़कपन, तुम में भरा वो तीखा पानी,
ज़िन्दगी क्या है? एक चाट की कटोरी ही तो है, और हमलोंगों की फितरत भी, चटोरी ही तो है। ज़िन्दगी क्या है? एक चाट की कटोरी ही तो है, और हमलोंगों की फितरत भी, चटोरी ही ...