नींद आ जाती है बिना देखे तुम्हे पहचान नहीं पाते बिना आंखें पोंछे तुम्हे ! नींद आ जाती है बिना देखे तुम्हे पहचान नहीं पाते बिना आंखें पोंछे तुम्हे !
मेरी तन्हाई वाकिफ है मेरे हर एक राज से। आखिर मेरी सबसे वफादार हमराह है ये। मेरी तन्हाई वाकिफ है मेरे हर एक राज से। आखिर मेरी सबसे वफादार हमराह है ये।
सीधी सी दिखती थी राह जो मंज़िल की, कदम बढ़ाया, तो क्यों रास्ता धूमिल होने लगा है .... सीधी सी दिखती थी राह जो मंज़िल की, कदम बढ़ाया, तो क्यों रास्ता धूमिल होने लगा ह...