झुंड में कभी इधर कभी उधर भागे चले जाते हैं। झुंड में कभी इधर कभी उधर भागे चले जाते हैं।
बाहर बादल जोरों पर बरस रहे हैं शायद सुबह की धूप के साथ मन से यादों के बादल भी छंट जाएंगे और उमड़ेंगे ... बाहर बादल जोरों पर बरस रहे हैं शायद सुबह की धूप के साथ मन से यादों के बादल भी छं...
मैं अभी भी उस नकारा गया पथ का इकलौता राही हूँ मेरे साथ मेरा संकल्प है जो अजर है जो अमर है मैं अभी भी उस नकारा गया पथ का इकलौता राही हूँ मेरे साथ मेरा संकल्प है जो अजर...
संकट आ जाती थी अपना अधिकार माँगने में ही उनके अस्तित्व पर। संकट आ जाती थी अपना अधिकार माँगने में ही उनके अस्तित्व पर।
देश -विदेश से परिंदों का झुंड आना अपनी संस्कृति छोड़ जाना। देश -विदेश से परिंदों का झुंड आना अपनी संस्कृति छोड़ जाना।