तो सौ बार भी इस दुनिया से रुखसत हो जाता। तो सौ बार भी इस दुनिया से रुखसत हो जाता।
हर किसी में बसता खुदा है मुहब्बत का जरिया खु़दा है। हर किसी में बसता खुदा है मुहब्बत का जरिया खु़दा है।
मुमकिन है जीत तुम्हारी फिर बस हौसलों को एक - चित्त रखना ! मुमकिन है जीत तुम्हारी फिर बस हौसलों को एक - चित्त रखना !
मुसाफिर की थकान मिटाता है रास्ता मंज़िल तक पहुँचाता है रास्ता । मुसाफिर की थकान मिटाता है रास्ता मंज़िल तक पहुँचाता है रास्ता ।
तो कभी किसी के लिए भलाई के सोच का जरिया है तो कभी किसी के लिए भलाई के सोच का जरिया है
'सुलझा रहा हूँ अब मैं, उलझे हुए वो धागे, है जिंदगी कभी तो, पीछे कभी है आगे।' कभी पतझड़ है, कभी सावन ह... 'सुलझा रहा हूँ अब मैं, उलझे हुए वो धागे, है जिंदगी कभी तो, पीछे कभी है आगे।' कभी...