एक बार फिर, इन बिगड़ती, फ़िज़ाओं को पूर-ज़ोर कोशिश करके, जवाब देते से लगते हैं। एक बार फिर, इन बिगड़ती, फ़िज़ाओं को पूर-ज़ोर कोशिश करके, जवाब देते से लगते...
कुछ भूली हुई तान को छेड़ो यारों उन अधूरे गीतों को पूरा कराओ यारों ! कुछ भूली हुई तान को छेड़ो यारों उन अधूरे गीतों को पूरा कराओ यारों !
ये लहज़ा दिनेश कैसे बदले, फिर उनसे लिहाज़ कर बैठे। ये लहज़ा दिनेश कैसे बदले, फिर उनसे लिहाज़ कर बैठे।