मासूम सी एक कली खिली थी उड़ने का सपना लेकर, पर तोड़ दिया हौसला उसका हाथ में किताबों की जगह झाड़ू थ... मासूम सी एक कली खिली थी उड़ने का सपना लेकर, पर तोड़ दिया हौसला उसका हाथ में कित...
ऐसे सज्जन ही सदा, सबके मन को भाय। ऐसे सज्जन ही सदा, सबके मन को भाय।
सुख चैन छिना कैसी तरक्की मंहगे गुड़ चने में फंसी बेबसी। सुख चैन छिना कैसी तरक्की मंहगे गुड़ चने में फंसी बेबसी।
सर्विस में अब सेलरी, छाई चारों और। सर्विस में अब सेलरी, छाई चारों और।
हो चाहे काम - काज, या रिश्तों की पहचान, हो चाहे काम - काज, या रिश्तों की पहचान,