जलती रही मैं विरह वेदना में उर्मिला के रूप में, चौदह वर्ष अपने प्रियतम से दूर रहकर। जलती रही मैं विरह वेदना में उर्मिला के रूप में, चौदह वर्ष अपने प्रियतम से दूर र...
पापा है तो बेटी के लिए पापा का प्यार सुकून है। पापा नहींं है तो बेटी के लिए दुनिया का प्यार छलावा... पापा है तो बेटी के लिए पापा का प्यार सुकून है। पापा नहींं है तो बेटी के लिए द...
प्रेम के सब सुख गए पौंधे, जग को वृन्दावन बनाना चाहिए। प्रेम के सब सुख गए पौंधे, जग को वृन्दावन बनाना चाहिए।
झूठ की परत मोटी ज़रूर होती है । उसकी तहें खोलते खोलते सदियाँ ज़रूर बीत जाती है । झूठ की परत मोटी ज़रूर होती है । उसकी तहें खोलते खोलते सदियाँ ज़रूर बीत जाती ह...
सच हरदम ही जीता है आज भी सच ही जीता है। सच हरदम ही जीता है आज भी सच ही जीता है।
लिया जन्म, मृत्यु भी होगी इस से क्या अब डरना भाई। लिया जन्म, मृत्यु भी होगी इस से क्या अब डरना भाई।