फैला है आज भी देखो, अंधियारा संसार में भटक रहा हर मानव, खोकर पांच विकार में फैला है आज भी देखो, अंधियारा संसार में भटक रहा हर मानव, खोकर पांच विकार में
हर हद से गुजर जाओ मुझे अपना बनाने के लिए हर हद से गुजर जाओ मुझे अपना बनाने के लिए
इशारे तुझे बहुत करेंगे, आने वाले सभी हालात ज़मीर से गिरे अगर, तो संभल कभी ना पाओगे इशारे तुझे बहुत करेंगे, आने वाले सभी हालात ज़मीर से गिरे अगर, तो संभल कभी ना प...
ख़ुश होने के भी हजारों लम्हे दिए हैं ज़िन्दगी ने याद उन्हें कर लो गुज़रे वक्त के सागर में ख़ुश होने के भी हजारों लम्हे दिए हैं ज़िन्दगी ने याद उन्हें कर लो गुज़रे वक्त के...
खुद को निहारूँ मंत्रमुग्ध-सी खुद पर ही रीझूं बार-बार जब दर्पण में नज़र आते हो तुम खुद से शर्माऊं शर्... खुद को निहारूँ मंत्रमुग्ध-सी खुद पर ही रीझूं बार-बार जब दर्पण में नज़र आते हो तु...