इन टूटती दीवारों को गिरने से बचाओ, वरना रहोगे ढूंढते के घर किधर गया। इन टूटती दीवारों को गिरने से बचाओ, वरना रहोगे ढूंढते के घर किधर गया।
प्रभु आस मिले साथ डर हो दूर कट जाए अंजान सफर। प्रभु आस मिले साथ डर हो दूर कट जाए अंजान सफर।
तू देखता है बार बार किधर हम तो बैठे हैं तेरे लिए इधर तू देखता है बार बार किधर हम तो बैठे हैं तेरे लिए इधर
तेरी ओर देखता हूँ तो भड़क जाता हूँ तुझसे दूर जाता हूँ तो बिखर जाता हूँ पास आ के भी कहाँ संभल जाता ... तेरी ओर देखता हूँ तो भड़क जाता हूँ तुझसे दूर जाता हूँ तो बिखर जाता हूँ पास आ क...
कभी इधर कभी उधर जिन्दगी----- कभी इधर कभी उधर जिन्दगी-----
आगे बढ़ें करूँ सामना हौसले से या आँधी के पहले ही डर जाएँ! आगे बढ़ें करूँ सामना हौसले से या आँधी के पहले ही डर जाएँ!