साइकिल पर ही आए सदा वह घर-घर टेर लगाए डाकिया कभी खुशी कभी गम का टेलीग्राम भी लाए डाक... साइकिल पर ही आए सदा वह घर-घर टेर लगाए डाकिया कभी खुशी कभी गम का टेल...
हम ना जाने कब उनसे प्यार कर बैठे दिल ही दिल में जाने कब इसरार कर बैठे। हम ना जाने कब उनसे प्यार कर बैठे दिल ही दिल में जाने कब इसरार कर बैठे।
एक टुकड़ा कागज का उड़ा देता होश चाहे टैक्नोसेवी हो जाएँ, नहीं कागज का तोड़। नहीं कागज का तोड़, ह... एक टुकड़ा कागज का उड़ा देता होश चाहे टैक्नोसेवी हो जाएँ, नहीं कागज का तोड़। ...
जब ये खबर सुनी मैंने, मानो मेरे पैरो-तले से जमीन, खिसक गई हो... जब ये खबर सुनी मैंने, मानो मेरे पैरो-तले से जमीन, खिसक गई हो...