महसूस करना तुम मुझे कविताओं में मेरी मैं रहूँगी उनमें सदा ही "तुम्हारे लिए" । महसूस करना तुम मुझे कविताओं में मेरी मैं रहूँगी उनमें सदा ही "तुम...
कुछ कहा हो जैसे तूने, मेरी नज़रों से कुछ कहा हो जैसे तूने, मेरी नज़रों से
ओ मेरे साथी मेरे प्रीतम मिलता रहूँ तुझे हरदम ओ मेरे सनम ओ मेरे साथी मेरे प्रीतम मिलता रहूँ तुझे हरदम ओ मेरे सनम
I am deleting my poems I am deleting my poems
मुझे लगा, जहाँ भी तुम बैठी होगी ऐसे ही गुमसुम सी मेरे ख्यालों में मुझे लगा, जहाँ भी तुम बैठी होगी ऐसे ही गुमसुम सी मेरे ख्यालों में
आप खुद वट वृक्ष बनकर शीत, गर्मी, बरसात झेलते रहे आप खुद वट वृक्ष बनकर शीत, गर्मी, बरसात झेलते रहे