चलती फिरती सड़कें उसके लिए न रुके पर क्या सड़कें उसकी खामोशी का शोर सुन पाएँगी चलती फिरती सड़कें उसके लिए न रुके पर क्या सड़कें उसकी खामोशी का शोर सुन पाएँ...
फर्क बस इतना है मौत जिस्म की नहीं आत्मा की हुआ करती है। फर्क बस इतना है मौत जिस्म की नहीं आत्मा की हुआ करती है।
इस नज़्म के ज़रिये मैं एक मज़दूर की मानसिक दशा व्यक्त कर रहा हूँ। इस नज़्म के ज़रिये मैं एक मज़दूर की मानसिक दशा व्यक्त कर रहा हूँ।
अंधेरी रात में एक चिराग गर दिख जाए उसे तूफ़ानों से बचाने की जरूरत हो गई। अंधेरी रात में एक चिराग गर दिख जाए उसे तूफ़ानों से बचाने की जरूरत हो गई।
दर्द है सिर्फ गाने के वास्ते ही, ग़म ना हो तो दिल "अकेला" हो जायेगा।। दर्द है सिर्फ गाने के वास्ते ही, ग़म ना हो तो दिल "अकेला" हो जायेगा।।
जो भी हो मनुष्यता आधुनिकतम औजार है बदलाव का का और कुछ बदल रहा है। जो भी हो मनुष्यता आधुनिकतम औजार है बदलाव का का और कुछ बदल रहा है।