अंधेरी रात में एक चिराग गर दिख जाए उसे तूफ़ानों से बचाने की जरूरत हो गई। अंधेरी रात में एक चिराग गर दिख जाए उसे तूफ़ानों से बचाने की जरूरत हो गई।
जल है तो कल है जल है तो कल है
हमारी जिंदगी में यह हमेशा अपनी महत्व की जगह बना कर रहेगा। हमारी जिंदगी में यह हमेशा अपनी महत्व की जगह बना कर रहेगा।
भूमि व्यथित होकर रोती रही बादल कब मेघ मल्हार बन के आए! भूमि व्यथित होकर रोती रही बादल कब मेघ मल्हार बन के आए!
खेल रही होली से सारी चाली है, होली खेलन आई घर में साली है। खेल रही होली से सारी चाली है, होली खेलन आई घर में साली है।
जल का अपव्यय न करें, न करें इसका अपमान । जल का अपव्यय न करें, न करें इसका अपमान ।