लौट कर आया जब शव तिरंगे में तो हाथ की वो सभी चूड़ियाँ रो पड़ी लौट कर आया जब शव तिरंगे में तो हाथ की वो सभी चूड़ियाँ रो पड़ी
दूर रहने लगा हूँ सबसे चुभने लगा हूँ जबसे। दूर रहने लगा हूँ सबसे चुभने लगा हूँ जबसे।
फूलों का रस लेकर उससे, मधुमय शहद बनाती हूं। फूलों का रस लेकर उससे, मधुमय शहद बनाती हूं।
उज़ड़ गया मन का चमन ज़मीं से लेकर फलक तक क्यूँ दिख रहे तुम उदास चाँद। उज़ड़ गया मन का चमन ज़मीं से लेकर फलक तक क्यूँ दिख रहे तुम उदास चाँद।
इतनी हैरत हैं तुम्हें ही पाने की किस लिए तमन्ना हैं दिल में प्यार और गहरा चाहिए। इतनी हैरत हैं तुम्हें ही पाने की किस लिए तमन्ना हैं दिल में प्यार और गहरा चाह...
मेरे प्यार से मिलने की दुआ दीजे दर्द का कारोबार है, साईं ! मेरे प्यार से मिलने की दुआ दीजे दर्द का कारोबार है, साईं !