बताएं कुछ इल्म... बताएं कुछ इल्म...
ना रूठा कीजिए यूँ हमसे, के हमें मनाना नहीं आता। ना रूठा कीजिए यूँ हमसे, के हमें मनाना नहीं आता।
तो आपको अभी थोड़ा और मेरा दिल दुखाना चाहिए। तो आपको अभी थोड़ा और मेरा दिल दुखाना चाहिए।
पर देखो आज भी संभाल रखा हूँ इस दिल में तुझे। पर देखो आज भी संभाल रखा हूँ इस दिल में तुझे।
आवश्यक है इस इल्म से ज़िंदा हूँ, ज़ालिम ज़िंदगी से कोई उम्मीद दिखती ही नहीं। आवश्यक है इस इल्म से ज़िंदा हूँ, ज़ालिम ज़िंदगी से कोई उम्मीद दिखती ही नहीं।
सदका़ -ए -जारिया हुआ, हमको दिया जो आपने। सदका़ -ए -जारिया हुआ, हमको दिया जो आपने।