लिखने का आग्रह और टाल नहीं पाए लिखने का आग्रह और टाल नहीं पाए
सबको तुम्हारी ही राह दिखाऊँगी मैं बहुत छोटी हूँ धूल हूँ मैंं। सबको तुम्हारी ही राह दिखाऊँगी मैं बहुत छोटी हूँ धूल हूँ मैंं।
दिल कितना ही ग़मगीन हो, "शकुन" रोया भी जाता नहीं। दिल कितना ही ग़मगीन हो, "शकुन" रोया भी जाता नहीं।
नहीं जमाता कोई आकर, अब प्यारी सी धौल। नहीं जमाता कोई आकर, अब प्यारी सी धौल।
हे मानव, माँग रहा उधार मैं अपना वापस मुझे लौटा दो करके कोई जतन हमें इन खूनियों से बचा लो । हे मानव, माँग रहा उधार मैं अपना वापस मुझे लौटा दो करके कोई जतन हमें इन खूनिय...
स्वयं को पहचानो यूं अपने अस्तित्व को खोने मत दो स्वयं को पहचानो यूं अपने अस्तित्व को खोने मत दो