हे मानव, माँग रहा उधार मैं अपना वापस मुझे लौटा दो करके कोई जतन हमें इन खूनियों से बचा लो । हे मानव, माँग रहा उधार मैं अपना वापस मुझे लौटा दो करके कोई जतन हमें इन खूनिय...
ये हरियाली की चादर, ओढ़े ज़मीं देती सुकून है। ये हरियाली की चादर, ओढ़े ज़मीं देती सुकून है।