STORYMIRROR

अशोक जोशी

Children Stories Inspirational

3  

अशोक जोशी

Children Stories Inspirational

हरियाली

हरियाली

1 min
400

ये हरियाली की चादर,

ओढ़े ज़मीं

देती सुकून है,

भाएँ मन को भी,

आँखों को भी,

लगती अच्छी,

कट रहे हैं वन,

घट रही है हरियाली,

आओ एक प्रण लेते हैं आज,

एक के बदले दस लगाएंगे,

हरियाली से नाता न टूटे,

हरीयाली बनी रहे सदा के लिए।



Rate this content
Log in