बता औकात कि तू क्या-क्या था, नामर्द भेड़िया या खूंखार दरिंदा था बता औकात कि तू क्या-क्या था, नामर्द भेड़िया या खूंखार दरिंदा था
जीवन में हमको सदा मिलेगा सम्मान, जब समझेंगे हम सबको अपने समान। जीवन में हमको सदा मिलेगा सम्मान, जब समझेंगे हम सबको अपने समान।
कट रहा है जीवन बोझ जैसा सूखता मन टूटे पेड़ जैसा। कट रहा है जीवन बोझ जैसा सूखता मन टूटे पेड़ जैसा।
प्रभु हमको दीजै यह ज्ञान, बनें हम केवल एक इंसान। प्रभु हमको दीजै यह ज्ञान, बनें हम केवल एक इंसान।