कट रहा है जीवन बोझ जैसा सूखता मन टूटे पेड़ जैसा। कट रहा है जीवन बोझ जैसा सूखता मन टूटे पेड़ जैसा।
नव तकनीक का आधार यह बनती मानवता इतराती है। नव तकनीक का आधार यह बनती मानवता इतराती है।