प्रति वर्ष के श्रावण पूर्णिमा के दिन किया जाए पालन प्रति वर्ष के श्रावण पूर्णिमा के दिन किया जाए पालन
यादों के दरीचे से झांकती, कुछ अविस्मरणीय लम्हों को, यादों के दरीचे से झांकती, कुछ अविस्मरणीय लम्हों को,
थम जाए ये लम्हा यहीं ना रह जाए कोई कसक छू रही दिल को, वो बारिश की बूँदों में तेरी महक मेरे आँचल... थम जाए ये लम्हा यहीं ना रह जाए कोई कसक छू रही दिल को, वो बारिश की बूँदों में त...