ख़ुदा ने ही बनाया हम सबको क्यों ये बात समझ न आयी अब तक। ख़ुदा ने ही बनाया हम सबको क्यों ये बात समझ न आयी अब तक।
बस एक ख्याब ही तो है जो अपना सा लगने लगा है, कही खो सा गया हूँ ख्याबो में डूब सा गया हूँ। बस एक ख्याब ही तो है जो अपना सा लगने लगा है, कही खो सा गया हूँ ख्याबो ...
हम नहीं इतिहास के पन्नों को कभी सुनहरे अक्षरों से लिख सकेंगे ! हम नहीं इतिहास के पन्नों को कभी सुनहरे अक्षरों से लिख सकेंगे !
हमें यह ज्ञात है, आभास है, विचारों में विभेद हो सकता है, पर हर्ज क्या है? हमें यह ज्ञात है, आभास है, विचारों में विभेद हो सकता है, पर हर्ज क्या है...