विवाह
विवाह
विवाह महा पूजन है
विवाह प्रेम बंधन है
नव जीवन की शुरुआत का
होता नया सृजन है
विवाह महा पूजन है
ये परम्परा के रंग बिखेरते हैं
इसके रस्मों का मतलब ख़ास है
वर वधु में देवता का वास है
दो परिवार का ये उपवन है
विवाह महा पूजन है
खुशबू बिखरे खिले जीवन
प्यार का होता संचार है
ये विश्वास का आधार है
खिलता हुआ ये गुलशन है
विवाह महा पूजन है
विधाता ने ये क्या नियम बना दिये
किसी के घर नई खुशियाँ आती
और कोई बहुत उदास है
ये मन में कैसी एक उलझन है
विवाह महा पूजन है
विवाह प्रेम बंधन है
