राखी
राखी
शाब्दिक अर्थ है रक्षा बंधन का,
रक्षा करने वाला बंधन मतलब धागा।
बांधे धागा बहने अपने भाई को,
ले प्रतिज्ञा सदा भाई उसे निभाने को।
नाम है इसका राखी,
श्रावनी या सलोनी भी।
शुरुआत हुई लगभग छः हज़ार वर्ष पूर्व,
श्रावण माह की पूर्णिमा को मनाया जाये।
येन बदधों बलिराजा दानवेन्द्रो महाबला
तेन तवाम्भुवधनामी रक्षमा चल मा चल।
होता सरकारी प्रबंध रक्षा बंधन पर,
छूट दी जाए डाक सेवा पर।
यात्रा करें महिला बस, मेट्रो मे,
रक्षा बंधन के दिन बिलकुल मुफ्त में ।
मनाये रक्षा बंधन थाल सजाकर,
अक्षत, रोली, दीपक, मिठाई डालकर।
तिलक को भाई को बहन द्वारा लगाना, धागा बांधना,
मिठाई को भाई बहन को एक दूसरे को खिलाना।
बहना ने भाई की कलाई से प्यार बाँधा है,
प्यार के दो तार से संसार बाँधा है।
राखी के महत्व का वर्णन किया है इन दो पंक्ति मे,
सुमन कल्याणपुर के इस लोकप्रिय गीत ने।
विशेष त्यौहार है जैन धर्म का,
प्राण बचाये सात सौ सो मुनियों का।
बंधन है श्री कृष्ण का द्रौपदी के साथ भाई बहन का,
चीर हरण मे कृष्ण ने फर्ज़ अदा किया द्रौपदी की लाज का ।