रचनाकार की लेखनी में एक अद्भुत सा अहसास है ! रचनाकार की लेखनी में एक अद्भुत सा अहसास है !
झूठ का है बोलबाला और सत्य बस घुट घुट कर जीता रहा, अब बस और नहीं, चुप्पी अब और नहीं झूठ का है बोलबाला और सत्य बस घुट घुट कर जीता रहा, अब बस और नहीं, चुप्पी ...
दुश्मनों को दुश्मनी ने मारा हमारा क्या दोष था किताबों को लेखक दिलाना हमारा शब्दकोष था दुश्मनों को दुश्मनी ने मारा हमारा क्या दोष था किताबों को लेखक दिलाना हमारा श...
बस सुनना चाहते हैं अब तो कह दो बस हमारा इंतजार है I बस सुनना चाहते हैं अब तो कह दो बस हमारा इंतजार है I
तकदीरें झुक गईं....तदबीरें रंग लाईं.. और फिर एक साथ हुए हैं हम। तकदीरें झुक गईं....तदबीरें रंग लाईं.. और फिर एक साथ हुए हैं हम।
कि लम्हा रातों का समा सुहाना सा मंज़र बारिशों का हसीन बेतहाशा होगा। कि लम्हा रातों का समा सुहाना सा मंज़र बारिशों का हसीन बेतहाशा होगा।