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Kavita Navare

Abstract

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Kavita Navare

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कहानी

कहानी

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बचपन से सुनते आए हैं

यही एक कहानी 

शूरवीर था राजा जिसमें 

और कोमल सी रानी।


राजकुमारी भी थी उसमें

गोरी और सुहानी

बचपनसे सुनते आए हैं

यही एक कहानी।


मुख्य किरदार निभानेवाले

होते हमेशा सुंदर

या मानो, वो ही मुख्य हैं

जो होते हैं बस सुंदर।


बात नही ये झूठी

ये तो हैं जानीमानी

बचपनसे सुनते आए हैं

यही एक कहानी।


साँवली सूरत, छोटा सा कद

ना हो प्यारी सी अदा

मुख्य किरदार की मदद करना

काम हैं इनका सदा।


यही देखते बड़े हुए हम

बात हैं बडी पुरानी

बचपन से सुनते आए हैं

यही एक कहानी।


मिले अगर जादू की सियाही

बदलू मैं बात पुरानी

पहचान न जिनकी कोई

लिख दूँ मैं उनकी कहानी।


देश भेष और रंग रुपसे 

कोई न होगा कम 

कुछ तो होता खास सभी में 

तोलेंगे ना हम। 


सच्चे मनसे देखोगे 

तो बदसूरत ना कोई 

अंदाज अलग होता हैं

बस इतनी सी सच्चाई। 


छोडो सुनी सुनाई

जो थी बात पुरानी

अब के बच्चे तो सुन ले

अब से ये नयी कहानी।


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