न कह देना के ख़ुद को भूल जाओ ,के मेरी पहचान ही मेरी ताक़त है,अपना सको तो अपनाना मेरे वज़ूद को,के इसी मे... न कह देना के ख़ुद को भूल जाओ ,के मेरी पहचान ही मेरी ताक़त है,अपना सको तो अपनाना मे...
इस बेटी को आखिर न्याय देने वाला कौन है। इस बेटी को आखिर न्याय देने वाला कौन है।
अपने बालों को खुला छोड़ना खुद के लिए इशारा लगता है तुम्हें?? अपने बालों को खुला छोड़ना खुद के लिए इशारा लगता है तुम्हें??
क्यों भूल गए तुम? जब कर रहे थे तुम दुष्कर्म, क्यों भूल गए तुम? जब कर रहे थे तुम दुष्कर्म,
तुम खास हो मेरे लिए वैसे ही जैसे कड़ी धूप में छांव होता है! तुम खास हो मेरे लिए वैसे ही जैसे कड़ी धूप में छांव होता है!
अपने खिलाफ हुई साजिशों के आगे पर अब वो दुर्गा है अपने दुश्मनों के आगे। अपने खिलाफ हुई साजिशों के आगे पर अब वो दुर्गा है अपने दुश्मनों के आगे।