घर मे भी एक पौधा लगाया । छुट्टी का दिन लगा सुहाना सफल हुआ दिन आज सुहाना । घर मे भी एक पौधा लगाया । छुट्टी का दिन लगा सुहाना सफल हुआ दिन आज सुहाना ।
जो घाव दिए है हमने धरती को उन घावों पर मरहम अब लगाना होगा। जो घाव दिए है हमने धरती को उन घावों पर मरहम अब लगाना होगा।
तू नाश करे - तू विनाश करे और मैं सह - सह चुप रह जाऊं तू मेरा शोषण करता रहे और मैं बैठी हां पछताऊं... तू नाश करे - तू विनाश करे और मैं सह - सह चुप रह जाऊं तू मेरा शोषण करता रहे और...
ना जाने कहां जा रहे हैैं हम, ना जाने कहां जा रहे हैैं हम। ना जाने कहां जा रहे हैैं हम, ना जाने कहां जा रहे हैैं हम।
मानव वृद्धि बड़ी जालिम दुर्दिन लाने वाली, संभल जा। मानव वृद्धि बड़ी जालिम दुर्दिन लाने वाली, संभल जा।