आज की सुबह
आज की सुबह
आज की सुबह
लाइ है एक खुशी की किरण
मन भरा है मेेरा
और किसी से
लगता नहीं है मन ।।
खुद को मैं ढूंढने लगा
पर न मिला कहीं
आई अवसर एक दिन
कहा मुझे तू चल बस
मंजिल है तेरी वही ।।
जीवन में आए मेरे
कुछ आंधी और तुफान
भगवान ने दिया मुझे
साहास एवं धर्य
करने के लिए उसे सामना ।।
सच कहुं तो
बाते से होता नहीं है काम
कठिन परिश्रम एवं
समय का सद उपयोग
बनाता है इंसान को महान ।।