Mayank Verma निमिशाम्
देखा है करीब से ये दौर, अच्छा बुरा पर दौर ही है । इसके बाद जीने का मज़ा कुछ और ही है । देखा है करीब से ये दौर, अच्छा बुरा पर दौर ही है । इसके बाद जीने का मज़ा कुछ और...
बर्बाद किए जो अरमानों के महल सजाए मैंने, न जाने किस मुंह से बरकतों का हिसाब मांगते हैं बर्बाद किए जो अरमानों के महल सजाए मैंने, न जाने किस मुंह से बरकतों का हिसाब म...
तुम्हारे गुस्से से डर लगता है, इसलिए शब्द भी ध्यान से चुनता हूं। तुम्हारे गुस्से से डर लगता है, इसलिए शब्द भी ध्यान से चुनता हूं।
ये वही लोग हैं जो तुझ पर जान छिड़कते थे, रात को तेरे साथ सोने के लिए आपस में लड़ते थे। ये वही लोग हैं जो तुझ पर जान छिड़कते थे, रात को तेरे साथ सोने के लिए आपस में ...
सौभाग्य है ये हमारा, कि ऐसा 'पिता' मिला हमें। सौभाग्य है ये हमारा, कि ऐसा 'पिता' मिला हमें।
और कैसे बयां करूं अपनी हसरतें, बस जान लो कि तुम मेरी जान हो। और कैसे बयां करूं अपनी हसरतें, बस जान लो कि तुम मेरी जान हो।
कभी झरनों जैसी अधीर बहती, कभी शांत सागर समान थमती। कभी झरनों जैसी अधीर बहती, कभी शांत सागर समान थमती।
"अरे गौरव, इधर आ जा, देख ले। बता तुझे क्या चाहिए।" "अरे गौरव, इधर आ जा, देख ले। बता तुझे क्या चाहिए।"
कुछ कर गुजरे अपने मन की, कुछ दौड़े भागे जाते हैं, बात हो जाती है कुछ से, कुछ ना जाने कुछ कर गुजरे अपने मन की, कुछ दौड़े भागे जाते हैं, बात हो जाती है कुछ से, कुछ ...
तो, फिर मिलने के इंतज़ार में ही जी रहे हैं हम। तो, फिर मिलने के इंतज़ार में ही जी रहे हैं हम।