Emerging thoughts into words
फिर खेलते खेलते रूठ जाना थोड़ा लड़ के फिर मनाना फिर खेलते खेलते रूठ जाना थोड़ा लड़ के फिर मनाना
करें अपना उल्लू सीधा बनके दुनिया बगुला भक्त। करें अपना उल्लू सीधा बनके दुनिया बगुला भक्त।
पहुँच जायेंगे एक दिन शिखर पे नभ पे बनानी मचान बाकी है। पहुँच जायेंगे एक दिन शिखर पे नभ पे बनानी मचान बाकी है।
दिलकश था उन दिनों का ज़ायका लेने खुशियाँ मैं पहुँची मायका। दिलकश था उन दिनों का ज़ायका लेने खुशियाँ मैं पहुँची मायका।
दो छुट्टियों के बाद में आया, सोमवार का दिन दो छुट्टियों के बाद में आया, सोमवार का दिन
हुई पागल मैंने माना दीदार ए यार के लिए। हुई पागल मैंने माना दीदार ए यार के लिए।
ज्योतिष के रूप में बिधि चंद महान थे ज्योतिष के रूप में बिधि चंद महान थे
खुद कुर्सी से मोह बांध लिया एक असुर ने राज किया। खुद कुर्सी से मोह बांध लिया एक असुर ने राज किया।
उस दिन हम ले आये हम अपनी जिंदगी खोज के। उस दिन हम ले आये हम अपनी जिंदगी खोज के।
जगा के हम को रात भर अब चैन से सो रहा जगा के हम को रात भर अब चैन से सो रहा