Emerging thoughts into words
उल्फत ए मोहब्बत का क्या कहें जिससे प्यार है वही दूर रहे रशमिंदर
मत दे नाम उन रिश्तों को जो दिल के पास हैं , ये तो रूह की सांझेदारी है प्रेम तो बस एक एहसास है रशमिंदर