None
चलो अब जो भी हुआ अच्छा हुआ, जरूरत का ये सिलसिला यहीं दफन हुआ। चलो अब जो भी हुआ अच्छा हुआ, जरूरत का ये सिलसिला यहीं दफन हुआ।
माना मुशिकल है थोड़ा रास्ता पर तुम हँस कर गुजार दो। माना मुशिकल है थोड़ा रास्ता पर तुम हँस कर गुजार दो।
मैं लौटना चाहता हूँ ... उसके साथ बिताये लम्हों से उसके साथ गुजारे हर पल से मैं लौटना चाहता हूँ ... उसके साथ बिताये लम्हों से उसके साथ गुजारे हर पल स...
जिंदगी देते नहीं किसी को मौत कैसे तय हो गयी वहां, जिंदगी देते नहीं किसी को मौत कैसे तय हो गयी वहां,
तुझे तो मैं कब का भूल चुका हूँ पर तेरी उन यादों का क्या करूँ। तुझे तो मैं कब का भूल चुका हूँ पर तेरी उन यादों का क्या करूँ।
और कुछ के पास तो रह जाता है बस पछतावा, काश उससे कह दिया होता,तो अब अबशोष न रहता। और कुछ के पास तो रह जाता है बस पछतावा, काश उससे कह दिया होता,तो अब अबशोष न र...
बस यही अजब सा ख़ालीपन है मेरी जिंदगी में। बस यही अजब सा ख़ालीपन है मेरी जिंदगी में।
आज सबकी जो जान पर आ पड़ी है। सूनी हो गयी गालियाँ सूनी हो गयी है सड़कें, आज सबकी जो जान पर आ पड़ी है। सूनी हो गयी गालियाँ सूनी हो गयी है सड़कें,
उम्मीद है इस रोशनी से अंधेरा छटेगा, रुका हुआ देश फिर से वैसे ही चलेगा। उम्मीद है इस रोशनी से अंधेरा छटेगा, रुका हुआ देश फिर से वैसे ही चलेगा।
कैसी ये इंसानियत तूने बनाई है कि आज इंसान ही इंसान को मार रहा है। कैसी ये इंसानियत तूने बनाई है कि आज इंसान ही इंसान को मार रहा है।