STORYMIRROR

Rudra Singh

Others

2  

Rudra Singh

Others

अजीब सी बंदिशें है अब

अजीब सी बंदिशें है अब

1 min
3.1K

मंदिरों के दरवाज़े पर ताला पड़ा है,

अल्लाह का घर भी सुना पड़ा है,

न गिरजा घरों में मोमबतियां जली हैं

न गुरु के दरबार में कोई चादर चढ़ी है

न अब किसी को राम को पड़ी है,

न किसी को अल्लाह की पीर है,

आज सबकी जो जान पर आ पड़ी है।

सूनी हो गयी गालियाँ सूनी हो गयी है सड़कें,

न बच्चे अब स्कूल जा पाते है,

न पापा शाम को घर आ पाते है,

अजीब सी बंदिशें है अब

न किसी से मिलना जुलना है

अब तो जो डॉक्टर इंसान है

आज वही हमारा भगवान है।


Rate this content
Log in