मैं उसका शुक्रिया अदा करना चाहती थी। मैं उसका शुक्रिया अदा करना चाहती थी।
दोस्ती, कुछ तो बात है इस लफ्ज़ में वरना यूहीं नहीं कोई अनजान से खास बनता। दोस्ती, कुछ तो बात है इस लफ्ज़ में वरना यूहीं नहीं कोई अनजान से खास बनता।
एक और खास बात घर के जितने भी बड़े है सब के सब हम से ही अपने छोटे बड़े काम निकलवाते हैं एक और खास बात घर के जितने भी बड़े है सब के सब हम से ही अपने छोटे बड़े काम निकलवाते...
वजह भी बेहद खास थी वे अपने पति से पहली बार ट्रेन में जो मिली थी। वजह भी बेहद खास थी वे अपने पति से पहली बार ट्रेन में जो मिली थी।
मैं प्यार का पुजारी ज़रूर हूँ, भिखारी नहीं जो कटोरा हाथ में लिए प्यार की भीख मांगता फिरूँ…!! मैं प्यार का पुजारी ज़रूर हूँ, भिखारी नहीं जो कटोरा हाथ में लिए प्यार की भीख मांग...
माँ तुमपे क्या लिखूँ? ईश्वर का रूप देखा नहीं लेकिन तू नज़र आती हैं। मेरी पूजा में सबसे पहले माँ ही पू... माँ तुमपे क्या लिखूँ? ईश्वर का रूप देखा नहीं लेकिन तू नज़र आती हैं। मेरी पूजा में...