यशोधरा जी दोनों पुत्रों हेतु योग्य वधू-संधान में पूर्ण मनोयोग से जुटी हुई धीं। यशोधरा जी दोनों पुत्रों हेतु योग्य वधू-संधान में पूर्ण मनोयोग से जुटी हुई धीं।
"जलता तो मैं हूँ फिर तुम क्यों रोती हो?" "जलता तो मैं हूँ फिर तुम क्यों रोती हो?"
चुलबुली माचिस ने अपनी आंख दबाई तो दीपक और बाती दोनों खिलखिला कर हंस पड़े। चुलबुली माचिस ने अपनी आंख दबाई तो दीपक और बाती दोनों खिलखिला कर हंस पड़े।
बिना बोले मुस्कुरा कर उसने सांझ से विदा ली और कुर्सी पर बैठकर इंतजार करने लगी उस चाँद का जो उसका नही... बिना बोले मुस्कुरा कर उसने सांझ से विदा ली और कुर्सी पर बैठकर इंतजार करने लगी उस...
महत्व कभी कम नहीं हो सकते और वह एक सुखद एहसास के पूरक बन कर रह जाते हैं। महत्व कभी कम नहीं हो सकते और वह एक सुखद एहसास के पूरक बन कर रह जाते हैं।
माधवी ने वर्तमान में लौटते हुए कहा कि ,"मिलेगी न बिलकुल मिलेगी। चाय ही नहीं पकौड़े भी। " माधवी ने वर्तमान में लौटते हुए कहा कि ,"मिलेगी न बिलकुल मिलेगी। चाय ही नहीं पकौड़...