माधवी ने वर्तमान में लौटते हुए कहा कि ,"मिलेगी न बिलकुल मिलेगी। चाय ही नहीं पकौड़े भी। " माधवी ने वर्तमान में लौटते हुए कहा कि ,"मिलेगी न बिलकुल मिलेगी। चाय ही नहीं पकौड़...
दीपेश ने उन सबके सामने सौंदर्य की नयी परिभाषा जो रख दी थी। दीपेश ने उन सबके सामने सौंदर्य की नयी परिभाषा जो रख दी थी।
सूरत जितनी अच्छी है, सीरत भी उतनी ही अच्छी होनी चाहिए। " सूरत जितनी अच्छी है, सीरत भी उतनी ही अच्छी होनी चाहिए। "
मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ।" उसने उसे अपनी बाहों में लेते हुए कहा। मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ।" उसने उसे अपनी बाहों में लेते हुए कहा।