कभी किसी मामले को हल्के में नहीं लेना चाहिए कभी किसी मामले को हल्के में नहीं लेना चाहिए
भावनायें, रिश्ते, किसी की मजबूरी उसके लिए कोई माने नहीं रखती भावनायें, रिश्ते, किसी की मजबूरी उसके लिए कोई माने नहीं रखती
गुस्से और गुस्से में, राम ने पास के चाकू को पकड़ लिया और बेरहमी से रविंदर को चाकू मार दिया गुस्से और गुस्से में, राम ने पास के चाकू को पकड़ लिया और बेरहमी से रविंदर को चाक...
ख़ैर पुरोहित जी का आज का इस प्रकार का व्यवहार समझ में नहीं आया था ख़ैर पुरोहित जी का आज का इस प्रकार का व्यवहार समझ में नहीं आया था