हल्के में मत लें
हल्के में मत लें
आज ओमप्रकाश ने ग्रुप की आन-लाइन चर्चा में अपनी बारी पहले रखवाकर ग्रुप को बताया।
"कभी किसी मामले को हल्के में नहीं लेना चाहिए।"-ओम प्रकाश ने कहा।
रितु ने पूछा -"भैया,ओम प्रकाश, अरे साहब किस आधार पर कह रहे हैं?"
ओमप्रकाश ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया-"रोज की तरह ही निर्धारित समय पर आज जब अलार्म बजना शुरू हुआ। तब मुझे बड़ी सुस्ती सी लगी। मैंने अलार्म को स्नूज करने के लिए टच किया था लेकिन उसके बाद काफी देर तक जब मैं लेटा ही रहा तो मेरी माता जी ने मुझे उठाया कि ओमप्रकाश उठना नहीं है क्या? तैयार होकर तुम्हें अपनी क्लास अटेंड करने के लिए ग्रुप में तैयार होकर बैठना है। मैं हड़बड़ा कर उस बैठा बाद में पता लगा कि शुरू ही नहीं बल्कि मैंने सोते-सोते धोखे से अलार्म को पूरी तरह बंद करने के लिए बटन दबा दिया था। मैं ये कहना चाहता हूं कि किसी भी चीज को हल्के में नहीं जाना चाहिए और कभी-कभी हमारी थोड़ी सुस्ती हमारी योजना पर बहुत भारी पड़ सकती है और हमें उसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।"
कक्षा के सारे बच्चे बच्चों ने ओमप्रकाश के साथ हुई इस घटना से शिक्षा लेते हुए अपने आगामी जीवन में हमेशा ही ध्यान रखने की बात दिल से मानी।
