यह स्वप्नलोक की दुनिया काश आज चलता हुआ वक्त यहीं थम जाए। यह स्वप्नलोक की दुनिया काश आज चलता हुआ वक्त यहीं थम जाए।
कथाकार को लगा कि वह किससे बातें कर रहा है.... कहीं यह मेरा अक्स तो नहीं...! कथाकार को लगा कि वह किससे बातें कर रहा है.... कहीं यह मेरा अक्स तो नहीं...!
प्यार भी होता है, झगड़ा भी होता है, परेशानियां भी आती है। प्यार भी होता है, झगड़ा भी होता है, परेशानियां भी आती है।
इतनी देर में लिफ्ट की रस्सी हिली, कोई चकरी सी घूमी और लिफ्ट धरातल पर आ कर रुक गयी इतनी देर में लिफ्ट की रस्सी हिली, कोई चकरी सी घूमी और लिफ्ट धरातल पर आ कर रुक गय...
जब मसले को ठंढापन देना हो तो ऐसे ही उसे घुमाते रहना चाहिए जब मसले को ठंढापन देना हो तो ऐसे ही उसे घुमाते रहना चाहिए