कथाकार को लगा कि वह किससे बातें कर रहा है.... कहीं यह मेरा अक्स तो नहीं...! कथाकार को लगा कि वह किससे बातें कर रहा है.... कहीं यह मेरा अक्स तो नहीं...!
अपने दोनों हाथ जोड़कर गौरव ने कहा -" यह आपका स्नेह है जो मेरे हर कार्य में अच्छाई देखता अपने दोनों हाथ जोड़कर गौरव ने कहा -" यह आपका स्नेह है जो मेरे हर कार्य में अच्छा...
पता नहीं नरगिस नाम क्यों रखा गया था उसका। सांवली सूरत, कटीले नक्श और बड़ी अधखुली आंखों के कारण ही नरग... पता नहीं नरगिस नाम क्यों रखा गया था उसका। सांवली सूरत, कटीले नक्श और बड़ी अधखुली ...