तोष का दिल नही माना कि अब क्या करे लेकिन फिर इंटरनेट की दुनिया मे हिंदी लिखना शुरू किया तोष का दिल नही माना कि अब क्या करे लेकिन फिर इंटरनेट की दुनिया मे हिंदी लिखना शु...
आज रवि बहुत खुश था, वह अपनी माँ को अच्छी तरह जानता था। आज रवि बहुत खुश था, वह अपनी माँ को अच्छी तरह जानता था।
मौत 600 की ही हुई है , ऐसा बिलकुल मत समझना मौत 600 की ही हुई है , ऐसा बिलकुल मत समझना
इस उम्र में उसके माता-पिता को दर दर न भटकना पड़े। इस उम्र में उसके माता-पिता को दर दर न भटकना पड़े।
मैं उनकी कविताएं पढ़ती और उनसे मिलने की योजनाएँ बनाती मैं उनकी कविताएं पढ़ती और उनसे मिलने की योजनाएँ बनाती
बेटी तुम्हें यहां इस तरह नहीं आना था, यों रिश्ता को तुम कैसे तोड़ सकती हो बेटी तुम्हें यहां इस तरह नहीं आना था, यों रिश्ता को तुम कैसे तोड़ सकती हो