दो अलग अलग दम्पतियों द्वारा एक ही समस्या पर दो अलग नजरिये को दिखाती कहानी दो अलग अलग दम्पतियों द्वारा एक ही समस्या पर दो अलग नजरिये को दिखाती कहानी
मैं एक दिन टैक्सी से भोपाल जा रहा था। साथ में अन्य सवारियां भी थीं । सब की नजरें और गर्दन झुकी हुई थ... मैं एक दिन टैक्सी से भोपाल जा रहा था। साथ में अन्य सवारियां भी थीं । सब की नजरें...
सेठ कहने से तो अच्छा है तुम मुझे अनिरुद्ध ही कहो सेठ कहने से तो अच्छा है तुम मुझे अनिरुद्ध ही कहो
चिड़िया की तरह मन उछल कर हलक में आ जाता है। मन ही मन भगवान को याद करती चिड़िया की तरह मन उछल कर हलक में आ जाता है। मन ही मन भगवान को याद करती
मैंने बड़ी बहन से पूछा, मां कहां जा रही हैं, उन्होंने बताया, अस्पताल मैंने बड़ी बहन से पूछा, मां कहां जा रही हैं, उन्होंने बताया, अस्पताल