एक अलग ही प्रकार की अनुभूति महसूस हुई मानो कोई पुनीत कार्य किया हो। एक अलग ही प्रकार की अनुभूति महसूस हुई मानो कोई पुनीत कार्य किया हो।
और समय आने पर आसमान झुका भी सकती हैं आखिर नारी निधि की प्रतिनिधि हैं बेटियां। और समय आने पर आसमान झुका भी सकती हैं आखिर नारी निधि की प्रतिनिधि हैं बेटियां।
पूजा की मदद न कर पाने की टीस आज भी उसे सालती रहती है। पूजा की मदद न कर पाने की टीस आज भी उसे सालती रहती है।
जब आप प्रेम में हों तो सुना है कि दिन सोने के और रातें चांदी की हो जाती है।मुझे भी ऐसा जब आप प्रेम में हों तो सुना है कि दिन सोने के और रातें चांदी की हो जाती है।मुझे ...
फिर क्या ? सारी यादें जैसे बिखर जाती है और जिंदगी भर टीस देती रहती है फिर क्या ? सारी यादें जैसे बिखर जाती है और जिंदगी भर टीस देती रहती है
कोई मुझे लालची समझे या स्वार्थी पर अपेक्षा हो ही जाती है कोई मुझे लालची समझे या स्वार्थी पर अपेक्षा हो ही जाती है