इसे गर्भवती बनाने वाला ज़रूर ही कोई नीच इंसान होगा, इस बेचारी को तो पता भी नहीं कि ये माँ बन चुकी है।... इसे गर्भवती बनाने वाला ज़रूर ही कोई नीच इंसान होगा, इस बेचारी को तो पता भी नहीं क...
और समय आने पर आसमान झुका भी सकती हैं आखिर नारी निधि की प्रतिनिधि हैं बेटियां। और समय आने पर आसमान झुका भी सकती हैं आखिर नारी निधि की प्रतिनिधि हैं बेटियां।
आह चारों ओर सन्नाटा रिया –नहीं, भाभी। आह चारों ओर सन्नाटा रिया –नहीं, भाभी।
सोच समझकर बोलो ऊपरवाले की लाठी मे आवाज़ नहीं होती। सोच समझकर बोलो ऊपरवाले की लाठी मे आवाज़ नहीं होती।
आग की लपटों में वो चीखें कहीं खो गयीं.... आग की लपटों में वो चीखें कहीं खो गयीं....
सारी पीड़ा को भूल उस पगली ने नन्हे सूरज को छाती से चिपका लिया। सारी पीड़ा को भूल उस पगली ने नन्हे सूरज को छाती से चिपका लिया।