हम सब साथ-साथ माँ कहाँ हो तुम! माँ कहाँ हो तुम। हम सब साथ-साथ माँ कहाँ हो तुम! माँ कहाँ हो तुम।
और कही से कोई जवाब ना पा ये शोर, मौन में परिवर्तित हो जाता है। और कही से कोई जवाब ना पा ये शोर, मौन में परिवर्तित हो जाता है।
दादी की मनसा और विचारों ने मीनाक्षी को भीतर तक झकझोर दिया। यह बात सुन वह स्तब्ध रह गई.....'एक और ...... दादी की मनसा और विचारों ने मीनाक्षी को भीतर तक झकझोर दिया। यह बात सुन वह स्तब्ध ...
पूरी ताकत से उछाल दिया बारजों की ओर। पंछी चह-चह कर उड़ चले दूर। पूरी ताकत से उछाल दिया बारजों की ओर। पंछी चह-चह कर उड़ चले दूर।
आंखों से अविरल अश्रु बह निकले।"पोनी बड़ी हो गई है। और क्या चाहिए भला ?" आंखों से अविरल अश्रु बह निकले।"पोनी बड़ी हो गई है। और क्या चाहिए भला ?"
आकाश ने अपना प्राण त्याग पाया था। उसने उसे जुबान जो दी थी। आकाश ने अपना प्राण त्याग पाया था। उसने उसे जुबान जो दी थी।