ज़ालिम का जो साथ दे वो ज़ालिम के साथ है, कातिल को जो ना टोके, वो कातिल के साथ है, ज़ालिम का जो साथ दे वो ज़ालिम के साथ है, कातिल को जो ना टोके, वो कातिल के साथ...
खुद भूखे रह द्वार पर आए भिक्षुक को खिलाने की प्रथा है खुद भूखे रह द्वार पर आए भिक्षुक को खिलाने की प्रथा है
आखिर पलायन तो होना ही था और हुआ भी आखिर पलायन तो होना ही था और हुआ भी
कोई मुझे लालची समझे या स्वार्थी पर अपेक्षा हो ही जाती है कोई मुझे लालची समझे या स्वार्थी पर अपेक्षा हो ही जाती है
अशोक हैरान हो रहा था की सोचकर अभी तक सरोज बदला नहीं अशोक हैरान हो रहा था की सोचकर अभी तक सरोज बदला नहीं
"डॉक्टर, मैं जानती हूं कि मैं एक ऐसी मांग कर रही हूं जिसे संभवतः आप पूरी ना कर पायें "डॉक्टर, मैं जानती हूं कि मैं एक ऐसी मांग कर रही हूं जिसे संभवतः आप पूरी ना कर प...