असहाय बहू मन मसोस कर पति और ससुर से शिकायत के डर से चुप चाप रसोई में चल दी। असहाय बहू मन मसोस कर पति और ससुर से शिकायत के डर से चुप चाप रसोई में चल दी।
और रचना की बुआ जी बस मुस्कुरा रही थीं। और रचना की बुआ जी बस मुस्कुरा रही थीं।
सहयोग और प्यार देकर सास के नाम पर लगे मनहूस धब्बे को हमेशा के लिये मिटाकर नया इतिहास रचना चाहती थी सहयोग और प्यार देकर सास के नाम पर लगे मनहूस धब्बे को हमेशा के लिये मिटाकर नया इत...
माही बोली मम्मी जी, मैं भी किस्मत वाली हूं जो ऐसा परिवार मिला। प्यार और अपनेपन की वजह से दिल की बात ... माही बोली मम्मी जी, मैं भी किस्मत वाली हूं जो ऐसा परिवार मिला। प्यार और अपनेपन क...
आज अनिता अपने द्वारा किये गए बेहद अमानवीय व्यवहार की पीड़ा लेकर जीने को अभिशप्त है। आज अनिता अपने द्वारा किये गए बेहद अमानवीय व्यवहार की पीड़ा लेकर जीने को अभिशप्त ह...
सरजू को कुछ समझ नहीं आया कि कल रात मायके जाने के लिए मुझसे कह रही थी। अचानक से इसे क्या हो गया सरजू ... सरजू को कुछ समझ नहीं आया कि कल रात मायके जाने के लिए मुझसे कह रही थी। अचानक से इ...