खो अपने बेटों की तरफ, इनकी पढ़ाई, नौकरी और शादी में ही ना जाने कितना पैसा लग जायेगा। ऐसे में तुम एक और नन्हीं सी जान को इ...
रमा ने हमेशा बेटों को दुलार किया , इतना की बेटियों और पति को भी उनके लिए नज़रअंदाज़ कर दिया और आज बेघर अकेली है, अपने क...
जब तक ताया जी थे, सब कुछ ठीक चल रहा था। पर उनके जाने के बाद ही शुरू हुआ संपत्ति के बंटवारे का खेल......
मगर लोगों को सदैव हँसाने वाली ने आज "विशेष जीवनदान" दिया।"
मुड़ मुड़ कर घर को देखती जा रही थी। कदम आगे बढ़ रहे थे पर मन अतीत के गहरे सागर में डूब गया।
"सुनीता तुम्हे नहीं लगता कि आजकल बापू जी थोड़ा आलसी होते जा रहे हैं। ऐसा लगता है कि वे क