आज दुनिया को दिखाने के लिए लाखों का मृत्युभोज आयोजित कर रहे हैं, ताकि दादा की आत्मा को शांति मिल सके... आज दुनिया को दिखाने के लिए लाखों का मृत्युभोज आयोजित कर रहे हैं, ताकि दादा की आत...
अगर समाज रूष्ट हो गया तो कल को हमारी अर्थी कौन उठाएगा ?" अगर समाज रूष्ट हो गया तो कल को हमारी अर्थी कौन उठाएगा ?"